प्रयागराज में मेला पुलिस का मानवीय रूप, भूले-भटकों को उनके परिजनों से मिलाया

0
99

प्रयाग की नगरी संगम में मुख्य स्नान पर्व पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु/स्नानार्थी माघ मेला आते हैं और माँ गंगा के दरबार में आस्था की डुबकी लगाते हैं और इतने बड़े मेला क्षेत्र का लुत्फ उठाते हुए तंबुओं में निवास करते हैं। जहाँ इतने बड़े मेला क्षेत्र में बच्चे,बूढ़े,बुजुर्गों एवं आम जनों का अपने परिवार से बिछड़ जाना स्वाभाविक है, ऐसे में मेला क्षेत्र में स्थापित किए गए खोयापाया केन्द्रों के माध्यम से अपने परिवार से बिछड़ जाने वाले श्रद्धालुओं/सैलानियों को उनके परिजनों से मेला पुलिस की सक्रियता से त्वरित कार्यवाही करते हुए लगातार मिलाया जा रहा है।


वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक माघ मेला के द्वारा सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में व्यापक पुलिस प्रबन्ध किए गए हैं जो चप्पे-चप्पे पर निरन्तर सतर्क दृष्टि रखते हुए विशेष सतर्कता बरतते हैं और हर चौराहे-तिराहे पर निगरानी रखते हैं। मेला क्षेत्र में आये हुए श्रद्धालुओं/सैलानियों को सावधानी पूर्वक स्नान करने एवं अपने परिजनों के साथ रहते हुए अपने सामान को सुरक्षित रखने के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से लगातार प्रेरित किया जाता है।


इस दौरान अपने परिजनो से बिछड़े हुए 1.नेहा पुत्री रामबाबू ग्राम रूपलका पुरवा थाना कटरा बाजार जिला गोण्डा 2, श्रीमती रामदेवी पत्नी बाबूराम ग्राम गोपाल पुरवा थाना सदरपुर जिला सीतापुर3, सुंदरपति पत्नी केदारनाथ ग्राम मुजरा थाना उमरी जिला गोरखपुर 4, इंदु पत्नी शंकर यादव ग्राम रुदौलिया थाना रुदलपुर जिला देवरिया 5,मिसरी गुप्ता पुत्र शिव मंगल ग्राम नौकी बाजार जिला गोरखपुर को ड्यूटी पर तैनात मेला क्षेत्र के पुलिसकर्मियों के द्वारा कड़ी मेहनत करते हुए इनके परिजनों से मिलाया गया। पुलिस के मानवीय कार्य की बिछड़ो के परिजनो द्वारा भूरि-भूरि प्रशंसा की गई एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक माघ मेला डॉ0 राजीव नारायण मिश्र IPS द्वारा सभी पुलिसकर्मियों का उत्साहवर्धन करते हुए प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया गया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here