यूनिवर्सल हृयूमन वेलफेयर सोसायटी व फखरुद्दीन अली अहमद मेमोरियल कमेटी द्वारा आयोजित मुशायरे के उपरान्त हिन्दुस्तानी ऐकेडमी सभागार मे हुए भव्य कार्यक्रम मे आयोजक शफक़त अब्बास पाशा की ओर से सामाजिक व साहित्यिक कार्य के लिए पूर्व महाधिवक्ता क़मरुल हसन सिद्दीकी ,साम्प्रदायिक सौहार्द व सामाजिक कार्य के लिए पंडित रवि शंकर (तक्षक महाराज) ,उर्दू साहित्य के लिए डॉ क़मर आब्दी ,स्व तूफान दरियाबादी ,तौक़ीर ज़ैदी तथा सामाजिक कार्य मे बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने वाले कौशाम्बी जनपद के निर्बल विकास एवं उत्थान समिति के सचिव आफताब बाबा जो विकलांग हो कर भी समाज सेवा करते रहते हैं उनको व्हील चेयर के पास पहोँच कर मुख्य अतिथि ने खुद अपने हाँथों से सम्मानित किया।समाजसेवा व पत्रकारिता मे अपनी अमिट छाप छोड़ने वाले सैय्यद मोहम्मद अस्करी को भी शॉल मोमेन्टो व प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया।सबसे पहले कोरोना काल मे दिवंगत हुए शायर तूफान दरियाबादी की पत्नी को सम्मानित किया गया तो वह अपने आप को क़ाबू मे न रख सक़ी पति की याद मे उनके आँसू छलक पड़े।संचालक आयोजक और मुख्य अतिथि तक ग़मज़दा होकर आँसू पोँछते रहे।भावुकता के इस छड़ मे जहाँ तुफान इलाहाबादी के लिए पूरा हाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूँजता रहा वहीं हर आँख मरहूम की चार वर्षीय बेटी फिज़्जा आब्दी की मासूम निगाहों को देख कर ग़मगीन हो गई।फखरुद्दीन अली अहमद मेमोरियल कमेटी के चेयरमैन ने भावुक अन्दाज़ मे कहा इस मुशायरा ने मुझे एक बेटी से नवाज़ दिया है।अब इस बेटी की पढ़ाई और वज़ीफे की ज़िम्मेदारी वह खुद उठाँएगे।कार्यक्रम में आसिफ उसमानी ,हसन नक़वी ,रौनक़ सफीपूरी ,रुसतम साबरी ,बाक़र नक़वी ,सैय्यद अज़ादार हुसैन ,अब्बास गुड्डू ,शौज़फ मलिक ,अज़मत अब्बास ,डॉ अभिषेक कनौजिया , सज्जाद मेंहदी ,रज़ा अब्बास ,ज़ीशान रिज़वी ,ज़िया इसमाईल सफवी आदि उपस्थित रहे।