लखनऊ।समाजवादी पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के बीच अब सियासी रिश्ते नाते खत्म हो चुके हैं।सपा और सुभासपा के नेता इन दिनों एक दूसरे पर दनादन बयानबाजी का तीर चला रहे हैं।इसी कड़ी में सपा मुखिया अखिलेश यादव के खिलाफ लगातार बयानबाजी कर रहे सुभासपा मुखिया ओपी राजभर पर सपा विधान परिषद सदस्य चुनावी वैज्ञानिक स्वामी प्रसाद मौर्य ने हमला बोला है। स्वामी ने कहा कि ओम प्रकाश राजभर खुद मजाक का विषय बन चुके हैं।राजभर ने राजनीति को बच्चों का खेल बना दिया है।
उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी से समाजवादी पार्टी में आए चुनावी वैज्ञानिक स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को ओम प्रकाश राजभर पर हमला बोला।स्वामी ने कहा कि ओपी राजभर अपने बयानबाजी से खुद मजाक का विषय बन गए हैं।ओपी राजभर ने अखिलेश यादव से बात किए बिना एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मूर्मु को वोट दिया।ओपी राजभर में राजनीतिक परिपक्वता का अभाव है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि राजनीति हिस्सेदारी की होती है या विचारों की होती है।ओम प्रकाश राजभर की पार्टी 20 साल पुरानी है।अपने बलबूते कभी एक भी विधायक नहीं जीता सके।भाजपा गठबंधन में ओपी राजभर के चार विधायक जीते थे, जबकि सपा गठबंधन में छह विधायक जीते. ओम प्रकाश राजभर को पहले से हिस्सेदारी कहीं ज्यादा मिली और साथ में सीट भी ज्यादा जीती।उन्होंने आरोप लगाया कि ओपी राजभर पिछले कई दिनों से सपा पर आरोप लगा रहे थे ताकि वो दबाव बना सके। उन्होंने कहा कि ओपी राजभर ने हवा में मायावती की बसपा से गठबंधन की बात कही है। खुद बसपा ने भी राजभर को नकार दिया है।उन्होंने कहा कि राजभर ने राजनीति को मजाक और बच्चों का खेल बना दिया है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि ओम प्रकाश राजभर को समाजवादी पार्टी में पर्याप्त हिस्सेदारी मिली।ओपी राजभर बयानबाजी के आदी हो गए हैं।वहीं, शिवपाल सिंह यादव को लेकर भी स्वामी प्रसाद मौर्य ने टिप्पणी की।उन्होंने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने शिवपाल और राजभर के लिए पत्र जारी कर दिया और इसके बाद अब किसी की टिप्पणी की जरूरत नहीं है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने महान दल के नेता केशव देव मौर्य पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि केशव देव मौर्य ने टिकट मिलने पर खुद अपनी पत्नी और बेटे को चुनाव लड़वाया था। इससे उनकी सोच पता चलती है। इन लोगों में वैचारिक शून्यता है। उन्होंने कहा कि आरोप कोई भी लगा सकता है, लेकिन जनता हकीकत जानती है। बता दें कि केशव देव मौर्य ने आरोप लगाया था कि हमारे समाज में लोग टिकट मांगने लायक नहीं हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान के बाद अब ओपी राजभर के बेटे अरुण राजभर ने कहा कि सपा नेता खुद अपनी सीट नहीं जीत पाए और भाजपा से मलाई खाकर सपा में आ गए।अरुण ने कहा कि अपने इलाके में स्वामी प्रसाद मौर्य एक भी सीट नहीं जिता पाए।
आपको बता दें कि इससे पहले सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी सुभासपा मुखिया ओम प्रकाश राजभर पर निशाना साधा था। अखिलेश यादव ने कहा था कि मैं प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और मुख्यमंत्री के खिलाफ बुरे शब्द बोलने के बाद उनका सामना नहीं कर सकता।मैं उस भाषा का उपयोग नहीं कर सकता जो ओम प्रकाश राजभर इस्तेमाल करते हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि उनके और उनके नेताओं की तरफ से इस्तेमाल की जाने वाली शब्दावली की चिंता बीजेपी को करनी चाहिए।
राष्ट्रपति चुनाव से पहले ही अखिलेश यादव और ओपी राजभर के बीच तनातनी जारी है।ओपी राजभर अक्सर अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहते रहे हैं कि वह एसी से बाहर निकल कर राजनीति करें।ओपी राजभर के जुबानी हमलों को थमते ना देखकर सपा ने बीते दिनों एक चिट्ठी जारी की जिसमें पार्टी ने गठबंधन तोड़ने के संकेत दिए।