श्रावण मास में देवादिदेव महादेव का नाम लेने मात्र से सारे दुख दूर हो जाते हैं। उनकी महिमा का बखान कर रुद्राभिषेक करने वालों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। भगवान शिव की आराधना के इस महीने के सोमवार को महिलाएं व्रत रखकर सुख समृद्धि की कामना करती हैं।
भगवान भोले नाथ का सबसे प्रिय महीना सावान का या पहला सोमवार आनी आज है । सावन के पहले सोमवार को संगम नगरी प्रयागराज के शिवालाओ में भक्तो की भरी भीड़ उमड़ी हुई है । बड़ी संख्या में श्रद्धालु भोर से ही शिव मंदिरों में पहुंच कर दर्शन पूजन कर रहे हैं ।अपने और अपने परिवार के सुख समृद्धि की कामना कर रहे है और कोई जलाभिषेक कर रहा है तो कोई दूधा अभिषेक कर रहा हैं भोले नाथ को बेल पत्र फूल चढ़ाए जा रहे है। प्रयागराज के सबसे प्राचीन और पौराणिक मंदिर मनकामेश्वर जो यमुना तट पर स्थित है ।धार्मिक मान्यता है कि भगवान श्री राम माता सीता के साथ चित्रकूट वन गमन के समय यहां पर अभिषेक किया था और पूजा अर्चना की थी जिसके बाद उनकी सभी जो मनोकामनाएं थी वह पूरी हुई थी तभी से यह मान्यता चली आ रही है और जो भी भक्त सावन के महीने में बाबा भोले नाथ का दर्शन पूजन करता है उसकी मनोकामनाएं पूरी होती है और भोले बाबा का आशीर्वाद का सोता है । वही सुरक्षा की बात करें तो चारो तरफ सीसीटीवी कैमरे आर ए एफ के जवान के पुलिस के जवान मंदिर के प्रांगण से लेकर बाहर तक मौजूद दिखे जिससे किसी तरह की कोई आपत्तिजनक घटना ना हो सके और सुरक्षित भक्तों को भोले नाथ दर्शन करा के सुरक्षित उनको घर भेजा जा सके ।